कौन जात हो भाई? "दलित है साब"
#कौन_जात_हो_भाई?
"दलित हैं साब!”
नहीं मतलब किसमें आते हो?
आपकी गाली में आते हैं
गन्दी नाली में आते हैं और अलग की हुई थाली में आते हैं
साब: मुझे लगा हिन्दू में आते हो
आता हूँ न साब! पर आपके चुनाव में।
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क्या खाते हो भाई?
“जो एक दलित खाता है साब!" नहीं मतलब क्या क्या खाते हो? आपसे मार खाता हूँ
कर्ज़ का भार खाता हूँ
और तंगी में नून तो कभी अचार खाता हूँ
साब: नहीं मुझे लगा कि मुर्गा खाते हो!
खाता हूँ न साब! पर आपके चुनाव में।
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क्या पीते हो भाई?
"जो एक दलित पीता है साब!
नहीं मतलब क्या क्या पीते हो?
छुआछूत का गम
टूटे अरमानों का दम
और नंगी आँखों से देखा गया सारा भरम
साब: मुझे लगा शराब पीते हो!
पीता हूँ न साब! पर आपके चुनाव में।
© कुमार विपिन मौर्य "पवन"
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