धर्म और विज्ञान कभी एक नहीं हो सकते...............
नमस्कार दोस्तों एक बार फिर आप लोगो के बीच हाजिर हु क्या बात जानते है धर्म क्या है और विज्ञान क्या है आप बचपन से है सुन रहे होंगे धर्म और विज्ञान एक ही है तो आइए इस पोस्ट में हम जानते है धर्म और विज्ञान एक दूसरे से कैसे अलग है
आप लोगो ने भागवत गीता, कुरान, बाइबिल तो सुना ही होगा हमें लगता है आप लोगो मे से कुछ लोगो ने पढ़ा भी होगा ।
क्या आपने गैलीलियो का नाम सुना है तो यह पोस्ट आप के लिए है
कुछ धार्मिक गपौड़ी कहते हैं ?
विज्ञान धार्मिक ग्रंथों से निकला है?
पर मेरे हिसाब से
"विज्ञान" और "धर्म" एक नहीं हो सकते कभी भी!
जबकि विज्ञान कहता है "जब तक सवाल करते रहो जब तक जवाब ना मिल जाए "
लेकिन धर्म कहता है सवाल मत करो 🤐🤐
जब गैलीलियों ने अपने experiment से अपने किताब में सत्य को लिखा की "पृथ्वी" सूर्य का चक्कर लगती है ना कि सूर्य "पृथ्वी" का चक्कर लगाता है!
पृथ्वी, बुध,मंगल,शनि सभी ग्रह सूर्य का चक्कर लगाते है पृथ्वी का नही तब धर्माधिकारीयों ने उनपर मुकदमा चलाया और कहा की गैलीलियो ने धर्म का अपमान किया है, उसने अपने प्रयोग मे गलत बाते लिखी है धर्मग्रन्थ जो कहता है वोही बाते सही है!
तब गैलीलियो को अपना बाकी का जीवन कारावास में गुजारना पड़ा, कारावास मे ही कष्ट सहते हुए उनकी मृत्यु हुई!
आज आप भी जानते है कि सत्य क्या है!
ये सारे धर्म ग्रंथ सही है या गैलीलियो!
अगर गैलीलियो साहब को अपने प्रयोग के लिये और समय मिला होता ना जाने आज मानव जाति कितनी आगे होती??
पर अफसोस उनको ज्यादा समय कारावास मे ही गुजारना पड़ा!!
E pur si muove. मतलब And yet it moves
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पढ़ते रहिए और सीखते रहिए जब पढ़ेगा भारत तभी तो बढ़ेगा भारत
धन्यवाद 🙏🙏
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