शमा जलती है तो जलने दो.....................
शमा जलती है तो जलने दो बस हमें इस मतलबी जमाने में चुपचाप रहने दो यदि टूट गई हमारी चुप्पी तो कयामत आ जाएगी छोटी बातों में बहुत कुछ कह देंगे
© कुमार विपिन मौर्य
अरे आप का बहुत बहुत स्वागत है मरदे, सुनिए न महराज, अब आ ही गए हैं तब एक दूठे कहानियां पढ़ ही लीजिए अउर अ फोलो वाला ललका बटनवा टिप दीजिए न थोडा। अरे ऊ का है न ई जो आप के चेहरा के उदाशी हैं ना मरदे ऊ हमसे देखा नही जाता ईहे खातिर हम लेके आए हैं न ई अपना बलगवा ताकि तू मरदे बिंदास होके मुस्कुरा ज़वन भयल ह ओके छोड़ा खा पिया डाट के मुस्कुरा चाप के। कुमार विपिन मौर्य
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