भाई को भाई से लड़ाने का त्योहार आया है हा गांवो में पंचायत चुनाव आया है

भाई को भाई से लड़ाने का त्योहार आया है 
भाई को भाई से लड़ाने का त्योहार आया है 
हा गांवो में पंचायत चुनाव आया है

अपने रिश्तों को संभाल कर रखना ऐ मेरे दोस्तो 
पंचायत का ए त्योहार आया है 
रोशन कर जायेगा ए किसी के घर को 
 पर तुम्हारे आंगन में दिवाल डालकर 
अपने रिश्तों को संभाल कर रखना ऐ मेरे दोस्तो 
पंचायत का ए त्योहार आया है 
वो जाए किसी भी रास्ते तुम उसको समझा लेना
गलतियां कर दे कुछ भी उसको गले से लगा लेना 
बड़े हो यदि तुम तो उसे डाटकर समझा देना 
छोटे हो यदि तुम तो उसे प्यार से समझा देना 
अपने रिश्तों को संभाल कर रखना ऐ मेरे दोस्तो 
पंचायत का ए त्योहार आया है 
भाई को भाई से लड़ाने का त्योहार आया है 
हा गांवो में पंचायत चुनाव आया है

© कुमार विपिन मौर्य
(जन्मभूमी शेरवा को समर्पित)

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