सूरज नहीं मयस्सर तो बस चराग़ दिला दो

नमस्कार दोस्तों
 कैसे है आप उम्मीद है आप सकुशल ही होंगे,
प्यार की भाषा हिन्दी जिसके द्वारा कविता पंक्तियां और दिल के हर हाल को बताने वाली शायरी निकल के आई, हिंदी साहित्य में शायरी कविता और वह सभी अन्य माध्यम जो आपके चेहरे पर मुस्कान लाती है यह एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा हम अपने दिल की बात बहोत आसानी से कह सकते हैं। और सबसे बड़ी बात ये है की हिंदी की दुनिया ने अपनी एक अलग पहचान बना रखा है. उम्मीद है मेरे द्वारा लिखी गई हर एक कविता शायरी और पंक्तियां आपको पसंद आती होंगी और आप इसकी जम के प्रशंसा करते होंगे

सूरज नहीं मयस्सर तो बस चराग़ दिला दो
जल जायेंगे शौक से हमें वो आग दिला दो
सोयेंगे चैन से हम भी दुनिया भुलाकर
इस इश्क़ से हमें कोई फ़राग़ दिला दो


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