जिंदगी में दो तरह के रिश्ते होते हैं

जिंदगी में दो तरह के रिश्ते होते है-
एक वो रिश्ता जो हमे बेहतर बनाने के लिए इंस्पायर करता है और एक वो जो हमे बर्बाद करता है।एक वो जो हमे सुकून देता है और एक वो जो सुकून छीन लेता है लेकिन ज्यादातर हम गलत रिश्ता ही क्यों चुनते है?
हम वही प्यार क्यों चुनते है जिससे हम बिखर जाते है ?
हालांकि...समाज की घिसीपिटी सोच और रीतिरिवाज हमे बर्बादी की ओर धकेलती है।
समाज हमे सिखाता है कि दर्द में मजा है लेकिन...ऐसा नही है, ये बिल्कुल गलत है क्योंकि... ये मजा नही सजा है। इसमें रोमांस है पर ये तकलीफदेह है इसलिए... रिश्ता वही चुनें जो आपको निखार दे ना कि बिखेर दे...!

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