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जून, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

विगत 3 वर्षों एवं वर्तमान में कोरोना महामारी के चलते विगत 95 दिनों से प्रतिदिन भोजन सेवा जारी*

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*विगत 3 वर्षों एवं वर्तमान में कोरोना महामारी के चलते विगत 95 दिनों से प्रतिदिन भोजन सेवा जारी* कोरोना महामारी को लेकर 25 मार्च से देश में लगे लॉकडाउन में जन समर्पण सेवा संस्था, दुर्ग ने जरूरतमन्द लोगों की मदद करने के लिए हाथ उठाया था। जिसमें प्रवासी मजदूर, जरूरतमन्दों, गरीब, असहाय जनों को पका हुआ भोजन वितरण किया जा रहा है।        जन समर्पण सेवा संस्था 1जनवरी 2017 से प्रतिदिन जरूरतमंदों की सेवा के लिए काम कर रही है। संस्था ने दुर्ग रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, एवं शहर के अन्य स्थानों में अस्थाई रूप से रह रहे  50 से 60  ऐसे जरूरतमंदो की पहचान की है, जो कमा नही सकते विकलांग है या बुजुर्ग हो गए है, ऐसे लोगो को संस्था विगत 3 वर्षों से प्रतिदिन आप सभी के सहयोग से भोजन एवं विकलांग जनों को ट्राइसिकल, व्हीलचेयर, बैसाखी, जरूरतमन्दों को कम्बल, कपड़ा, बर्तन एवं अन्य जरूरत की सामाग्री वितरण कर रहे है।         *संस्था द्वारा लॉकडाउन के प्रथम दिवस दिनांक 25 मार्च से आज दिनांक तक प्रतिदिन संस्था द्वारा जरूरतमन्दों को भोजन वितरण ...

देश की मीडिया का हालत बता रहा हूं

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#देश_की_मीडिया_का_हालत_बता_रहा_हूं  देश की मीडिया पूरी तरह से राजनीति गुलाम हो गई है जो जनता को सच्चाई नहीं दिखती सबको पर झूठा राष्ट्रवाद दिखाने वाले मेश  मीडिया से पूछी पिछले 6 सालो में शिक्षा पर कितनी बहश हुआ , गरीबी पर कितना बहस हुआ, भूखमरी पर कितना बहस हुआ, रोजगार पर कितना बहस हुआ और बेरोज़गारी पर कितना बहस हुआ आज आप को  देश की मीडिया से पूछना होगा क्या टीआरपी ब्दाने के लिए खबरे दिखाएं जाती है या भारत के माध्यम लोगो को सच्चाई दिखने के लिए देश की मीडिया जितना बहस पाकिस्तान पर , किसी नेता के अजीबो गरीबों बयान पर , मंदिर और मस्जिद पर और तो और हिंदू और मुसलमान पर होता है यदि उतना बहस देश के विकास पर शिक्षा पर स्वास्थ्य पर रोजगार पर हुआ होता तो आज देश विश्व गुरु होता हम अभी विश्वगुरु बनने के तरफ बढ़ रहे हैं यदि मीडिया सही मुद्दों पर (शिक्षा स्वास्थ्य गरीबी बेरोजगारी) बात करती तो देश की हालत कुछ और होती खैर जैश भी है सही है यदि देश की युवा सही बातो को लोगो को बताएया समझाए तो उन्हें राष्ट्रवादी सरकार के द्वारा जेल में डाल दिया जाता है या तो देशद्रोही करार दे दिया...

कहीं बिहार का युवा न जाग जाए और महोदय बिहार न हार जाए

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आज देश के गृहमंत्री जी बिहार कि सम्मानित लोगो को संबोधित कर रहे थे उन्होंने बिहार के लोगो के संबोधन में उड़ी और पुलबामा का जिक्र किया शायद गृहमंत्री जी भूल गए उड़ी और पुलवामा में शहीद हुए भारत के सपूतों को आज भी न्याय नहीं मिल पाया उनके परिवार और देश के सम्मान के साथ अमानवीय व्यवहार का जिम्मेदार कौन है हमलावरों को आज तक सजा नहीं मिली फिर हम किस राष्ट्रवादी सरकार को अपना नेतृत्व दे ताकि देश के सपूतों को न्याय मिल सके  आज बात पाकिस्तान , तीन तलाक , शौचालय , आवाश तथा सीसीए पर किए लेकन गृहमंत्री जी को पता था यदि वह शिक्षा , स्वास्थ्य , रोजगार , मजदूर और भूखमरी पर बात करते तो उन्हें विपक्षी के द्वारा खदेड़  जाएंगे बिहार का हर एक युवा n.a.d. के खिलाफ खड़ा हो जाता जिससे महोदय बिहार हार जाते हैं

बहुत खूबसूरत गजल लिख रहे हो मैं मजदूरों के हालात को लिख रहा हूं।

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बहुत खूबसूरत गजल लिख रहे हो मैं मजदूरों के हालात को लिख रहा हूं।  यह पैदल चल रहे हैं मजदूरों के हाथ ही तुम्हारे सांसद और ताजमहल के नाम लिखे हैं ।। तुमने वादे तो बड़े-बड़े किए थे देश का मजदूर उन वादों पर पैदल चल रहा है। बहुत खूबसूरत गजल लिख रहे हो मैं मजदूरों का हालात लिख रहा हूं।। पापी पेट उन्हें घरों से हजारों मिलो दूर ले गया उनकी आंखों में से देखा गया सपना आज टूट ही गया।  बहुत खूबसूरत तुम गजल दिखाए हो मैं मजदूरों का हालात लिख रहा हूं।। देश में पैदल चल रहे हैं लोगों से आत्मनिर्भर होने को बता रहे हो विदेश में फंसे लोगों के लिए बंदे भारत चला रहे हो। बहुत खूबसूरत गजल लिख रहे हो मैं मजदूरों की हालात लिख रहा हूं।। चुनाव के वक्त तुमने वादे बड़े-बड़े किए थे देश का मजदूरों वादा ढूंढ रहा है। बहुत खूबसूरत गजल लिख रहे हो मैं मजदूरों की हालात लिख रहा हूं।। तुम्हारे नजरों में जो मजदूर बने बैठे हैं हमारी नजरों में वह भगवान बने बैठे हैं । बहुत खूबसूरत गजल लिख रहे हो मैं मजदूरों की हालात लिख रहा हूं।। जिस माटी में तुम जन में हो उस माटी में मिला उनका पसीना है जिस बड़ी-बड़ी बिल्डिंगों में तुम ...